लखनऊ- नगर निगम लखनऊ द्वारा कान्हा उपवन का संचालन करते हुए काफी संख्या में गौवंश पशुओं को संरक्षित रूप से रखा जा रहा है। उक्त गौवंश से काफी मात्रा में गोबर का उत्पादन होता है। इस क्रम में सिटीजन डेवलपमेन्ट इंस्टीट्यूट लखनऊ द्वारा मंदिरों के चढ़े हुए फूलों और कान्हा उपवन में संरक्षित गौ-गोबर से अगरबत्ती उत्पादन के संबंध में प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था। संस्था मंदिर से चढ़े हुए फूल और कान्हा उपबन में संरक्षित गो-पशुओं के गोबर से अगरबत्ती का गुणवत्तापरक निर्माण व विक्रय किये जाने तथा विक्रय से प्राप्त धनराशि से नगर निगम को लाभांश भी प्रदान किया जाना प्रस्तावित किया गया था।
प्रस्तुत उक्त प्रस्ताव को आज नगर आयुक्त द्वारा स्वीकृति प्रदान की गयी। संस्था द्वारा अगरबत्ती के साथ-साथ अन्य गो-मय उत्पाद जैसे कि दीपक, मूत्रियाँ, हवन सामग्री, धूपबत्ती आदि भी तैयार की जायेगी। नगर निगम द्वारा इस कार्य हेतु कान्हा उपवन में स्थान उपलब्ध कराने तथा बिजली पानी की व्यवस्था करायी जायेगी इसके अतिरिक्त नगर निगम द्वारा कोई वित्तीय सहायता नहीं प्रदान की जाएगी। संस्था द्वारा निर्मित गो-उत्पाद की बिक्री से प्राप्त लाभांश का 25 प्रतिशत कान्हा उपवन के बैंक खाते में मासिक रूप से जमा कराया जायेगा। साथ ही उत्पादों की प्रचार सामग्री एवं उनकी लेबलिंग पर संस्था के साथ-साथ कान्हा उपवन गौशाला का भी नाम रहेगा। उपरोक्त संस्था के द्वारा किए जाने वाले कार्यो से कान्हा उपवन गौशाला को स्वालम्बी व आत्मनिर्भर बनाने सहयोग प्राप्त होगा।
Tags
लखनऊ