लखनऊ- पांच राज्यों में हुए विधान सभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतों लगातार इजाफा हो रहा है. पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर अब सवाल उठने लगे हैं. संसद में विपक्ष भी लगातार बढ़ती महंगाई और बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों का मुद्दा उठा रहा है. मंगलवार को इस सवाल के जवाब में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन की तुलना में भारत पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बहुत कम बढ़ोतरी कर रहा है.
अन्य देशों की तुलना में भारत में बेहद कम बढ़ोतरी
उन्होंने कहा कि भारत में अब तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में सिर्फ 5 फीसदी की ही बढ़ोतरी हुई है. हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘मेरे हिसाब से भारत में पेट्रोल की कीमतें बीते दो हफ्तों में 5% बढ़ी हैं. इनकी कीमतों में इजाफा अकेले भारत में नहीं हुआ है. अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच में पेट्रोल की कीमतें अमेरिका में 51%, कनाडा में 52%, जर्मनी में 55%, ब्रिटेन में 55%, फ्रांस में 50% और स्पेन में 58% बढ़ी हैं.’
15 दिन में 9.20 रुपये प्रति लीटर का इजाफा
बता दें कि मंगलवार को भी देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. 15 दिनों में 13वीं बार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा किया गया है. पेट्रोल और डीजल की कीमत में अब तक लगभग 9.20 रुपये प्रति लीटर का इजाफा हो चुका है.
निर्मला सीतारमण ने क्या कहा था?
ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार को घेरते आ रहा है. बीते सप्ताह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आपूर्ति में आ रही दिक्कतों के कारण वृद्धि हो रही है. उन्होंने कहा था कि यूक्रेन में युद्ध के चलते दुनिया के तमाम देशों में महंगाई बढ़ी है. लोग पूछ रहे हैं, आप ईंधन की कीमत कैसे बढ़ा सकते हैं?'... इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसका चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है. यूक्रेन में हो रहे युद्ध के कारण कच्चे तेल की आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई है.