लखनऊ- मशीन चाहे कोई भी हो समय के साथ उसकी रफ्तार धीमी ही पड़ जाती है. बात अगर लैपटॉप की करें शुरुआत में नया लैपटॉप खरीदने पर इससे जुड़ी कोई परेशानी नहीं आती, लेकिन जैसे ही यह पुराना होने लगता है कभी कर्सर काम नहीं करता तो कभी माउस नहीं चलता. कई बार लैपटॉप के हैंग होने और बैटरी जल्दी डेड होने की परेशानियां भी आने लगती हैं. अगर आपको भी आपके लैपटॉप से जुड़ी ऐसी ही परेशानियां आती हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. लैपटॉप को इस्तेमाल करने में अक्सर लोग कुछ बेसिक गलतियां करते हैं. जिसकी वजह से हैंग होने, बैटरी जल्दी डेड होने जैसी परेशानियां आती हैं.
समय की बचत के चक्कर में प्रोसेसर को ना पहुंचाएं नुकसान
बहुत से यूजर्स लैपटॉप का इस्तेमाल करने के बाद उसे बिना बंद करे रख देते हैं. ऐसे में समय की बचत तो होती है लेकिन आप लैपटोप के प्रोसेसर को नुकसान पहुंचा रहे होते हैं. लैपटॉप की बैटरी पर भी इसका असर पड़ता है. इसलिए इसे सही तरीके से शटडाउन करना ही चाहिए. शटडाउन करने के बाद इस बात का खास ध्यान रखें की जब तक सारी लाइट्स बंद नहीं हो जाती आपका लैपटॉप बंद नहीं होता. यानि स्क्रीन ऑफ होने के बाद सारी लाइट्स ऑफ होने तक कुछ और सेकंड़ों का इंतजार करना चाहिये.
टास्क मैनेजर को करने दें इसका काम
लैपटॉप की रफ्तार सुस्त पड़ रही है तो आपको ध्यान रखना चाहिए कि एक समय पर उन ही प्रोग्राम्स का इस्तेमाल करें जिनकी जरूरत है. कई बार हम किसी एक प्रोग्राम पर काम करते हैं लेकिन बैकग्राउंड में कई तरह के प्रोग्राम्स रनिंग होते हैं. ऐसे में सर्च बार पर टास्क मैनेजर को ऑपन कर उन प्रोग्राम्स को तुरंत बंद कर देना चाहिए जिनका इस्तेमाल नहीं है.
होम स्क्रीन को प्रोग्राम्स से ना रखें खचाखच फुल
बहुत से यूजर्स सुविधा के लिए होम स्क्रीन पर सारे प्रोग्राम्स को सेट कर लेते हैं. ताकि लैपटॉप की होम स्क्रीन पर तुरंत इन्हें आसानी से पिक कर सकें. लेकिन ऐसा करना भी आपके लैपटोप को स्लो बनाता है. इसलिए कोशिश करें कि होम स्क्रीन पर कम से कम प्रोग्राम्स को रखें.