भाजपा का दावा- ममता बनर्जी के राज में बंगाल अराजक और दिवालिया राज्य में बदल गया

लखनऊ- पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बंगाल में मंगलवार को अत्याचार और राजनीतिक आंतरिक हिंसा चरम पर थी। बंगाल बौद्धिक परंपरा, सांस्कृतिक परंपरा का एक विशाल क्षेत्र रहा है। लेकिन ममता बनर्जी के नेतृत्व में यह अराजक और दिवालिया राज्य बन गया है।


बता दें कि मंगलवार को राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकाला था। इस दौरान बंगाल पुलिस ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और सांसद लॉकेट चटर्जी को हिरासत में लिया था। इसी मामले में रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बाततीच के दौरान ये बातें कही।


रविशंकर ने पूछा- आपके खिलाफ प्रदर्शन क्यों न हो

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ममता बनर्जी बंगाल की सरहद के बाहर लोकतंत्र को बचाने की बात करती हैं, लेकिन बंगाल में लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन में सारी सरहदें पार कर दी है। उन्होंने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री से मैं पूछना चाहता हूं कि अगर आपका प्रदेश भ्रष्टाचार की प्रकाष्ठा पार कर रहा है तो इसके खिलाफ प्रदर्शन क्यों नहीं होना चाहिए।


भाजपा नेता ने कहा कि अगर कोई आपकी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करता है तो आप उसकी पिटाई करा देतीं हैं और रास्ते बंद करवा देती हैं। हमारी महिला नेताओं को कल (मंगलवार) जिस प्रकार बंगाल में पीटा गया और हमारे नेताओं, विधायकों के साथ क्या-क्या किया गया ये सबको पता है।


रविशंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर भी साधा निशाना

रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह कुछ नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा, “नीतीश बाबू, आपके मंत्री जो राजद प्रदेश अध्यक्ष के बेटे भी हैं, कह रहे हैं कि उनका हिस्सा चोरों में से एक है और वह इसके सरगना हैं। अपने नए दोस्तों से आपको जो खिताब मिल रहे हैं, उसे देखकर आश्चर्य होता है। जिसमें आप कुछ कर भी नहीं सकते।”


भाजपा नेता की उक्त टिप्पणी उस समय आई है जब बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने मंगलवार को उनके इस दावे से विवाद खड़ा कर दिया कि उनके विभाग में कई ‘चोर’ हैं और वह उनके ‘सरदार’ हैं।


नीतीश कुमार को रविशंकर प्रसाद ने दी ये सलाह

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बिहार के मुख्यमंत्री को राज्य को संभालने की कोशिश करने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार दिल्ली में सुशासन देने का नाटक करना बंद करें। पहले अपने घर की देखभाल करें और बिहार को संभालने की कोशिश करें। बता दें कि नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष की एकता के लिए काम करने के लिए 5 सितंबर को दिल्ली आए थे।


दिल्ली में नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के नेताओं मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी, ओम प्रकाश चौटाला, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता शरद यादव और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य समेत विपक्ष के विभिन्न नेताओं से मुलाकात की थी।


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