लखनऊ- राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव परिणाम घोषित होने के हफ्तों बाद, एनएसयूआई ने मंगलवार को आरोप लगाया कि एबीवीपी के महासचिव उम्मीदवार अरविंद जाजड़ा का नामांकन पत्र गलत था। RUSU चुनाव में जाजड़ा ने महासचिव का पद जीता और कानूनी राय के बाद विश्वविद्यालय द्वारा उनकी उम्मीदवारी को मंजूरी दी गई थी।
RUSU चुनाव में एनएसयूआई महासचिव उम्मीदवार संजय चौधरी मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, “छात्र संघ चुनाव लोकतंत्र का आधार है और इसमें विश्वविद्यालय ने पहले एबीवीपी उम्मीदवार के आवेदन को खारिज कर दिया और फिर दिन भर के ड्रामे के बाद, इसे मंजूरी दे दी। छात्रसंघ चुनाव का एक संविधान है जिसका पालन किया जाना चाहिए। हमने डीएसडब्ल्यू कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है और अभी भी उनके साथ मामला उठा रहे हैं।
बुधवार को एनएसयूआई ने इस मुद्दे को लेकर कुलपति कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस के साथ झड़प भी हुई।
संजय ने यह आरोप भी लगाया की अरविंद ने लगातार यूनिवर्सिटी से लगातार नहीं पढ़ रहे थे। उनकी एजुकेशन में गैप था। इसलिए नियमों के आधार पर वह इस बार चुनाव लड़ने योग्य नहीं थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा यूनिवर्सिटी प्रशासन पर दबाव बनाया गया। अरविंद और एबीवीपी के लोगों ने यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों को डराया। उनके परिवार को धमकाया। जिसकी वजह से मजबूरन उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दी गई। जो न सिर्फ नियमों के विपरीत है।