लखनऊ- उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी द्वारा चलाए गए अभियान "सेल्फी विद सरकारी स्कूल" ने योगी सरकार की नींव हिला दी है. 5 सितंबर शिक्षक दिवस को आप यूपी प्रभारी सांसद संजय सिंह ने इस अभियान की शुरुआत की थी जिसके बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों से जर्जर सरकारी स्कूलों की फुटेज आना शुरू हो गई. संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा की सेल्फी विद सरकारी स्कूल अभियान से योगी सरकार घबरा गई है सरकार के दबाब में बेसिक शिक्षा अधिकारी जिलों में स्कूलों को आदेश जारी कर रहे है कि किसी भी व्यक्ति या समूह को स्कूल में प्रवेश न दिया जाए और ना ही स्कूल की स्थिति को देखने दिया जाए. संजय सिंह ने कहा कि जिस तरह से योगी सरकार ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस तरह के आदेश पारित करने पर मजबूर किया है इससे स्पष्ट है कि वह अपनी नाकामी और लापरवाही को छुपाना चाहते हैं. उन्होंने अपनी ट्वीट में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जहां एक तरफ यह कहते हैं कि आइए स्कूल देखिए वही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि स्कूल देखना मना है.
उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी द्वारा जारी किए नंबर पर प्रतिदिन 100 से अधिक सरकारी स्कूलों की फुटेज भेजी जा रही है, जिसमें बच्चे, शिक्षक, अभिभावक स्कूल स्टाफ और जनता सभी शामिल है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकारी स्कूलों की स्थिति अत्यंत दयनीय है. उन्होंने कहा की बात मिड डे मील में नमक रोटी देने की हो या जर्जर अवस्था में पहुंच चुके भवन की हो सभी शिक्षा के गिरते स्तर को स्पष्ट रूप से बता रहे हैं.
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